मेरे सामाजिक सरोकार-....जिन्हें लेकर आज फिर पशोपेश में हूं। निश्चय करना मुश्किल है कि कल का घटनाक्रम आपसे किन शब्दों में साझा करूं। निजता के उलंघन से बचने के लिए एक पात्र गढ़ लेते हैं जिसका नाम है "सार्थक"।
ये सार्थक मेरे अधीन ही तैनात है ठीक ठाक नौकरी है सामाजिक सम्मान भी, सेवाकाल में पिता की मृत्यु के उपरान्त अनुकम्पा के आधार पर नौकरी में आया था...एक संपन्न और भरे पुरे परिवार से वैवाहिक सम्बन्ध हुआ दो बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी.... सार्थक के ससुरालीजन मेरे पास और रोते रोते अपना दुखड़ा सुनाया। बोले-
"सार्थक आजकल अपनी पत्नी के साथ पशुवत व्यवहार कर रहे है...जिसका कारण उनकी तैनाती क्षेत्र है ...."
मैंने अचकचाकर पूछा- "क्या मतलब?"
उन्होंने बताया-"सर दरअसल जहाँ वो तैनात हैं वहां ऊपरी कमाई बहुत है.....इस ऊपर की कमाई से उसने एक विवाहेत्तर संबन्ध भी पाल लिया है ...."
"ओह..." मैंने ध्यान से उनके बात को पूरा सूना।
वो आगे बोले- "सर प्लीज सार्थक की तैनाती किसी ऐसे क्षेत्र में कर दीजिये जहाँ ऊपर की कमाई बंद हो जाए...हमें विश्वास है कि ऐसा करने से वो अपनी पत्नी के प्रति सामान्य हो जाएगा और उसका विवाहेत्तर सम्बन्ध समाप्त हो जाएगा.."
मुझे उनका अनुरोध कुछ अटपटा सा अवश्य लगा लेकिन मैं सोच में पड गया की क्या सार्थक के ससुरालीजन सच कह रहे हैं? क्या सचमुच ईजी मनी या ऊपर की कमाई ही इसका कारण है..या कुछ और...?
मैंने सार्थक के ससुरालीजनों को विदा किया और उसके बाद सार्थक को बुला भेजा। सार्थक आये और एक अनुशासित कारिंदे की भांति चुपचाप खड़े रहे। मैंने इस बिषय पर वैसी ही औपचारिक हिदायतें दीं जो सामान्यतः ऎसे मामलों में दी जाती है साथ ही धमकाया भी कि-
"अगर तुम्हारी पत्नी की ऒर से लिखित शिकायत आ गयी तो ससपेंड कर दूंगा तुम्हे..! समझे..!"
"जी सर..!" वह सिर झुकाकर चुप-चाप सुनता रहा..फिर चला गया उसके जाने के बाद मैंने स्टेनो को बुलाया और डिक्टेशन देते देते रुक गया... क्या सचमुच कम महत्वपूर्ण क्षेत्र में सार्थक की तैनाती करना इस समस्या का हल होगा? यदि यह प्रश्न आपके सामने होता तो आप क्या निर्णय लेते?..अपनी सलाह दीजिये...! '
ये सार्थक मेरे अधीन ही तैनात है ठीक ठाक नौकरी है सामाजिक सम्मान भी, सेवाकाल में पिता की मृत्यु के उपरान्त अनुकम्पा के आधार पर नौकरी में आया था...एक संपन्न और भरे पुरे परिवार से वैवाहिक सम्बन्ध हुआ दो बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी.... सार्थक के ससुरालीजन मेरे पास और रोते रोते अपना दुखड़ा सुनाया। बोले-
"सार्थक आजकल अपनी पत्नी के साथ पशुवत व्यवहार कर रहे है...जिसका कारण उनकी तैनाती क्षेत्र है ...."
मैंने अचकचाकर पूछा- "क्या मतलब?"
उन्होंने बताया-"सर दरअसल जहाँ वो तैनात हैं वहां ऊपरी कमाई बहुत है.....इस ऊपर की कमाई से उसने एक विवाहेत्तर संबन्ध भी पाल लिया है ...."
"ओह..." मैंने ध्यान से उनके बात को पूरा सूना।
वो आगे बोले- "सर प्लीज सार्थक की तैनाती किसी ऐसे क्षेत्र में कर दीजिये जहाँ ऊपर की कमाई बंद हो जाए...हमें विश्वास है कि ऐसा करने से वो अपनी पत्नी के प्रति सामान्य हो जाएगा और उसका विवाहेत्तर सम्बन्ध समाप्त हो जाएगा.."
मुझे उनका अनुरोध कुछ अटपटा सा अवश्य लगा लेकिन मैं सोच में पड गया की क्या सार्थक के ससुरालीजन सच कह रहे हैं? क्या सचमुच ईजी मनी या ऊपर की कमाई ही इसका कारण है..या कुछ और...?
मैंने सार्थक के ससुरालीजनों को विदा किया और उसके बाद सार्थक को बुला भेजा। सार्थक आये और एक अनुशासित कारिंदे की भांति चुपचाप खड़े रहे। मैंने इस बिषय पर वैसी ही औपचारिक हिदायतें दीं जो सामान्यतः ऎसे मामलों में दी जाती है साथ ही धमकाया भी कि-
"अगर तुम्हारी पत्नी की ऒर से लिखित शिकायत आ गयी तो ससपेंड कर दूंगा तुम्हे..! समझे..!"
"जी सर..!" वह सिर झुकाकर चुप-चाप सुनता रहा..फिर चला गया उसके जाने के बाद मैंने स्टेनो को बुलाया और डिक्टेशन देते देते रुक गया... क्या सचमुच कम महत्वपूर्ण क्षेत्र में सार्थक की तैनाती करना इस समस्या का हल होगा? यदि यह प्रश्न आपके सामने होता तो आप क्या निर्णय लेते?..अपनी सलाह दीजिये...! '
(जारी)
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