आदरणीय
मित्रों, शुभप्रभात..!
#पोस्टिंगनामा
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युगपुरुष अटलबिहारी बाजपेई और मदन मोहन मालवीय दोनों का जन्म आज ही के दिन हुआ था...1861 में जन्मे पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने 1907 में एक साप्ताहिक पत्र "अभ्युदय" आरम्भ किया था जिसके फरवरी 1946 अंक में 21 वर्षीय नवयुवक अटल जी द्वारा लिखी एक कविता को उन्होंने मुखपृष्ट पर स्थान दिया था ....
"जला नहीं प्रहलाद, होलिका क्षार हो गयी क्षण में
सुनो प्रलय की अगवानी का स्वर उनचास पवन में"
अटल जी लखनऊ से सांसद रहे और मैं लखनऊ का मतदाता..! इसके अतिरिक्त मैं उन सौभाग्यशाली अधिकारियो में से एक हूँ जिन्हें तत्कालीन सांसद और प्रधानमन्त्री अटल बिहारी बाजपेई के विकास क्षेत्र में काम करने का अवसर मिला है।
मुझे याद है कि लखनऊ के लिए उनकी महत्वकांक्षी परियोजनाओ में से एक सर्कुलर ट्रेन चलाने की भी थी जिसके लिये चारबाग से ऐशबाग लखनउ सिटी डालीगंज आदि के मध्य एक घनी आबादी वाला क्षेत्र सुभाष मार्ग मुंगफली मंडी का था जिसे खाली कराने में हमें लोहे के चने चबाने पड़े थे।
इस पूरी मुहिम के दौरान अटल जी के प्रतिनिधि श्री शिव कुमार जी हम लोगों का मार्गदर्शन करते रहते थे।
अटल जी के जन्म दिवस पर उनका स्मरण करते हुये पंडित मदन मोहन मालवीय जी को नमन.. साथ ही स्मरण प्रभु यीशु को भी जिनका अवतरण इस धरती पर होने के साथ ही रात ने छोटा होना आरम्भ कर दिया और यह दिन कहलाया ......"बड़ा दिन......"
लव यु प्रभु यीशु, अटल जी एंड मालवीय जी..!
सुनो प्रलय की अगवानी का स्वर उनचास पवन में"
अटल जी लखनऊ से सांसद रहे और मैं लखनऊ का मतदाता..! इसके अतिरिक्त मैं उन सौभाग्यशाली अधिकारियो में से एक हूँ जिन्हें तत्कालीन सांसद और प्रधानमन्त्री अटल बिहारी बाजपेई के विकास क्षेत्र में काम करने का अवसर मिला है।
मुझे याद है कि लखनऊ के लिए उनकी महत्वकांक्षी परियोजनाओ में से एक सर्कुलर ट्रेन चलाने की भी थी जिसके लिये चारबाग से ऐशबाग लखनउ सिटी डालीगंज आदि के मध्य एक घनी आबादी वाला क्षेत्र सुभाष मार्ग मुंगफली मंडी का था जिसे खाली कराने में हमें लोहे के चने चबाने पड़े थे।
इस पूरी मुहिम के दौरान अटल जी के प्रतिनिधि श्री शिव कुमार जी हम लोगों का मार्गदर्शन करते रहते थे।
अटल जी के जन्म दिवस पर उनका स्मरण करते हुये पंडित मदन मोहन मालवीय जी को नमन.. साथ ही स्मरण प्रभु यीशु को भी जिनका अवतरण इस धरती पर होने के साथ ही रात ने छोटा होना आरम्भ कर दिया और यह दिन कहलाया ......"बड़ा दिन......"
लव यु प्रभु यीशु, अटल जी एंड मालवीय जी..!